रुद्राक्ष ‘इलियोकार्पस ग्रेनिटस’ नामक पौधे के फल का बीज होता है, जिसके अपने औषधीय और आध्यात्मिक महत्व हैं। रुद्राक्ष पर एक से लेकर चौदह धारियां पाई जा सकती हैं, और वह रुद्राक्ष उतने ही ‘मुख’ वाला माना जाता है। ज़ाहिर है, एकमुखी रुद्राक्ष पर केवल एक ही धारी दिखती है। जैसे-जैसे धारियां बढ़ती है वैसे-वैसे रुद्राक्ष का प्राइस महंगा होता चला जाता है
वास्तव में रुद्राक्ष संस्कृत भाषा का एक शब्द है, जो ‘रुद्र’ और ‘अक्ष’ के संयोग से बना है। इसमें रुद्र का अर्थ भगवान् शंकर और अक्ष का अर्थ अश्रु की बूंदों से है। आध्यात्मिक रूप से एकमुखी रुद्राक्ष को भगवान शिव के आंसुओं से उत्पन्न माना गया है।
हम विभिन्न चित्रों में शंकर जी को गले, मस्तक या भुजाओं पर रुद्राक्ष धारण किये हुए देख सकते हैं। हममें से कई लोग भी रुद्राक्ष की माला आदि पहनते हैं। पर रुद्राक्ष धारण करने से पहले हमें उससे जुड़ी कुछ जरूरी बातें जान लेनी चाहिये।
एक मुखी रुद्राक्ष के प्रकार (Types of Ek Mukhi Rudraksha)
आपको बता दें कि एकमुखी रुद्राक्ष दो प्रकार के हो सकते हैं, एक गोल और एक ‘काजू-शेप’ वाला। सबसे बेहतर गुणवत्ता वाले एकमुखी रुद्राक्ष नेपाल में पाये जाते हैं।
हालांकि इसके अलावा भारत, मलेशिया और इंडोनेशिया में भी रुद्राक्ष के वृक्ष अच्छी संख्या में मौजूद हैं।
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एकमुखी रुद्राक्ष का महत्व (Importance of Ek Mukhi Rudraksha in Hindi)
पद्मपुराण के सत्तावनवें अध्याय के 38वें और 39वें श्लोक में एकमुखी रुद्राक्ष को भगवान शिव का प्रतिरूप बताते हुए इसे स्वर्ग और मोक्ष की प्राप्ति का साधन कहा गया है।
एकमुखी रुद्राक्ष बहुत दुर्लभ भी होता है। एक अनुमान के मुताबिक कुल रुद्राक्ष में एकमुखी रुद्राक्ष की संख्या एक प्रतिशत के आसपास है। यही वजह है कि कि एकमुखी रुद्राक्ष की बाजार में कीमत भी काफी अधिक है।
रुद्राक्ष के रंगों में हल्का फर्क भी देखा जा सकता है। आध्यात्मिक मान्यता के अनुसार सफेद रुद्राक्ष ब्राह्मण को, पीला क्षत्रिय को, लाल वैश्यों को और काला रुद्राक्ष दलितों को धारण करना चाहिये।
एकमुखी रुद्राक्ष का स्वामी सूर्य को माना गया है। जिन जातकों की जन्मकुंडली में सूर्य छठें, आठवें या बारहवें भाव में स्थित हों उन पर एकमुखी रुद्राक्ष धारण करने से विशेष प्रभाव देखा जा सकता है।
एकमुखी रुद्राक्ष धारण करने से राहु-केतु और शनि ग्रह से संबंधित परेशानियां भी खत्म होती हैं।
एकमुखी रुद्राक्ष को धारण करने की विधि
रुद्राक्ष भगवान शिव का प्रतीक है, इसलिये इसे धारण करने का सबसे अच्छा दिन सोमवार ही होता है। रुद्राक्ष को हम सोने अथवा चांदी में, या फिर लाल और पीले धागे में पिरोकर भी पहन सकते हैं। ध्यान रहे कि एकमुखी रुद्राक्ष को काले धागे में कभी नहीं पहनना चाहिये।
एकमुखी रुद्राक्ष धारण करने के नियम
Codes and Conducts for Wearing Ek Mukhi Rudraksha in Hindi
एकमुखी रुद्राक्ष धारण करने वाले को इसका पूरा लाभ पाने के लिये कुछ नियमों का सावधानीपूर्वक पालन करना चाहिये।
एकमुखी रुद्राक्ष धारण करने के ये नियम इस तरह से हैं –
- रुद्राक्ष धारण करने वाले लोगों को मांस-मदिरा और तामसी भोजन का त्याग कर देना चाहिये,
- रुद्राक्ष के स्वामी सूर्य देवता को खुश रखने के लिये रुद्राक्ष का सदैव सम्मान करें,
- किसी अनहोनी के घटित होने पर रुद्राक्ष को तत्काल निकाल कर रख दें,
- कभी किसी अन्य व्यक्ति के पहले से पहने हुए रुद्राक्ष को नहीं पहनना चाहिये,
- रुद्राक्ष धारक को इसका सदैव ख्याल रखना चाहिये कि रुद्राक्ष जरा भी क्षतिग्रस्त न होने पाए।
- रुद्राक्ष को पवित्र बनाये रखने के लिये इसे समय-समय पर गंगाजल से धुलते रहें।
- सोने से पहले हमें रुद्राक्ष को निकाल कर रख देना चाहिये। जानकारों का मानना है कि सोते समय शरीर अपवित्र हो जाता है, और उसके साथ ही रुद्राक्ष भी। इसलिये सोते समय रुद्राक्ष न निकालने पर आपको नींद संबंधी परेशानियां आ सकती हैं।
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एकमुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे
Benefits of Wearing Ek Mukhi Rudraksha in Hindi
एकमुखी रुद्राक्ष धारण करने से होने वाले फायदे इस प्रकार हैं –
- एकमुखी रुद्राक्ष धारण करने से कुंडली में आपका सूर्य ग्रह प्रभावशाली होता है, जिससे आप खुद को कहीं अधिक ऊर्जावान महसूस करते हैं, और नकारात्मकता दूर होती है,
- एकमुखी रुद्राक्ष पहनने से आपमें नेतृत्व क्षमता विकसित होती है,
- एकमुखी रुद्राक्ष धारण करने से समाज में प्रसिद्धि मिलती है और प्रतिष्ठा बढ़ती है,
- एकमुखी रुद्राक्ष को कष्ट दूर करने वाला और भाग्यवर्धक माना गया है,
- एकमुखी रुद्राक्ष धारण करने से इंद्रियों पर नियंत्रण में मदद मिलती है, और इस तरह यह हमारे करियर को आगे बढ़ाता है। इसीलिए अक्सर छात्रों को भी एकमुखी रुद्राक्ष पहनने की सलाह दी जाती है।
एकमुखी रुद्राक्ष से होने वाले नुकसान
Side Effects / Drawbacks of Wearing Ek Mukhi Rudraksha in Hindi
गलत तरीके से रुद्राक्ष धारण करने, या फिर उससे संबंधित नियमों के पालन में लापरवाही करने पर आपको फायदे की बजाय नुकसान भी हो सकता है।
अगर आप किसी भी प्रकार से रुद्राक्ष का अपमान करते हैं तो इसके स्वामी सूर्य का प्रकोप आपको दिखना शुरू हो सकता है।
इसके अलावा रुद्राक्ष के साथ लापरवाही से बर्ताव करना भगवान् शिव को भी नाराज़ करता है। इसलिये रुद्राक्ष से होने वाले नुकसानों से बचने के लिये हमें इसके धारण करने संबंधी नियमों व निर्देशों को कायदे से समझ लेना चाहिये।
एकमुखी रुद्राक्ष की पहचान (Original Ek Mukhi Rudraksh)
Identification of Original Ek Mukhi Rudraksha in Hindi
जब एकमुखी रुद्राक्ष नकली तरीके से बना होता है तो ‘मैग्नीफ़ायर’ से देखने पर उसमें पड़ी बारीक दरारें साफ ज़ाहिर हो जाती हैं।
इसके अलावा, नकली एकमुखी रुद्राक्ष के बाहरी और भीतरी रंगों में भी सामंजस्य नहीं दिखता। और नकली रुद्राक्ष को हल्के खरोंचने पर हमें कुछ बारीक रेशे भी दिख सकते हैं।
असली रुद्राक्ष को पहचानने का एक सटीक तरीका ये भी है, कि असली रुद्राक्ष के उभार एकसमान नहीं होते, जबकि नकली रुद्राक्ष में इसे एकसमान बनाया जा सकता है।
अक्सर बाजार में लकड़ी या फिर प्लास्टिक के बने हुए नकली रुद्राक्ष मिलते हैं। रुद्राक्ष असली है या नकली, इसे पहचानने का सबसे सहज और सटीक तरीका ये है– कि असली रुद्राक्ष पानी में डूब जाता है, जबकि नकली रुद्राक्ष पानी में तैरते रहते हैं।
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निष्कर्ष (Conclusion)
जैसा कि हमने अब तक की इस विस्तृत वार्ता में देखा, कि रुद्राक्ष को धारण करने से हमें मानसिक और आध्यात्मिक स्तर पर बहुत लाभ होता है।
रुद्राक्ष हमारे चित्त से सभी तरह की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है। रुद्राक्ष के स्वामी सूर्यदेव हैं, और इसे साक्षात् शिव का प्रतीक माना जाता है।
रुद्राक्ष राहु, केतु, शनि आदि ग्रहों का प्रकोप शांत करता है, और आपके भाग्यवर्धन में सहायक होता है। हालांकि रुद्राक्ष पहनने का पूरा लाभ तभी मिल पाता है जब हम इसे धारण करने के अनिवार्य दिशा-निर्देशों का पूरी ईमानदारी से पालन करें। अन्यथा रुद्राक्ष धारण करना आपको फायदे की बजाय नुकसान भी पहुंचा सकता है।
एक मुखी रुद्राक्ष के बारे में मैंने पहले भी काफी बातें सुनी हैं यह रुद्राक्ष धारण कर लेने से भोले बाबा जिंदगी की सभी विपदाओं को हर लेते हैं मैं जानना चाहता हूं कि यह रुद्राक्ष हमें कहां से प्राप्त होगा मुझे भी इसी रुद्राक्ष की तलाश है लेकिन ओरिजिनल रुद्राक्ष मुझे आज तक नहीं मिल पाया है यदि कोई मुझे ओरिजिनल रुद्राक्ष दिलवा सकता है तो उसका दिल से आभारी रहूंगा धन्यवाद।
एक मुखी रुद्राक्ष बहुत ही दुर्लभ माना जाता है क्योंकि यह इतनी आसानी से नहीं मिलता मैं भी बहुत कोशिश की एक मुखी रुद्राक्ष को ढूंढने की पर मैं असफल रहा यदि आपको एक मुखी के बारे में कोई जानकारी हो तो हमें बताएं
एक मुखी रुद्राक्ष बहुत ही शुभ माना जाता है क्या इसे धारण करने की कोई नियम अथवा विधि होती है या फिर किसी भी राशि के व्यक्ति मुखी रुद्राक्ष को धारण कर सकते हैं ?
हम आपके द्वारा दी गई जानकारी है पूरी तरह संतुष्ट हैं जो कि आपने एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने के नियम बताए हैं वह सभी पूरी तरह सही है आशा करता हूं यदि कोई व्यक्ति रुद्राक्ष धारण करता है तो वह इन सभी नियमों का सावधानीपूर्वक पालन करें|
एक मुखी रुद्राक्ष की कीमत के बारे में हर जगह अलग-अलग कीमत बताई गई है हम जानना चाहते हैं कि एक मुखी रुद्राक्ष की असली कीमत क्या है यह किस मूल्य पर प्राप्त किया जा सकता है ?
रुद्राक्ष के बारे में यह कहा जाता है कि रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव शंकर के आंसुओं से हुई थी इस बात में कितनी सच्चाई है हम इस बारे में जानना चाहते हैं कि क्या वाकई में रुद्राक्ष का अर्थ शिव के आंसू है ??
एक मुखी रुद्राक्ष को धारण करने के लिए कौन कौन से नियमो का पालन करना चाहिए हम नियमों के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते है ??
एक मुखी रुद्राक्ष के बारे में हम यह जानना चाहते हैं कि एक मुख्य रुद्राक्ष की असली पहचान किस प्रकार की जा सकती है क्योंकि बाजार में बहुत से लोग ऐसे हैं जो एक मुखी रुद्राक्ष बात कर नकली रुद्राक्ष बेच रहे हैं हमें एक मुखी रुद्राक्ष की असली पहचान के बारे में बताएं ताकि हम ऐसे किसी की बातों में ना आए और नकली रुद्राक्ष बेचने वालों से बचें ??
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मैं कुछ समय पहले हरिद्वार गया था वहां पर किसी ने मुझे यह बताया कि एक मुखी रुद्राक्ष की असली पहचान यह है कि वह रुद्राक्ष पानी में तैरने लगता है क्या वाकई में ऐसा होता है कि एक मुखी रुद्राक्ष जो ओरिजिनल होता है वह पानी में तैरता है कृपया इस बात की पुष्टि करें धन्यवाद।
मै भी 1 मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहता हु मुझे कहा से मिलेगा ओरिजनल एक मुखी रुद्राक्ष ??
एक मुखी रुद्राक्ष के बारे में हम यह जानना चाहते हैं कि यह रुद्राक्ष हमें कहां से प्राप्त हो सकता है जो की पूरी तरह से असली हो क्योंकि बाजार में नकली रुद्राक्ष भी बहुत बेचे जाते हैं जो की असली जैसे दिखाई देते हैं हम एक मुखी रुद्राक्ष के असली और नकली की पहचान कैसे कर सकते हैं कृपया इसके बारे में हमें जानकारी दें ??
हम जानना चाहते हैं कि क्या रुद्राक्ष को धारण करने के कुछ नियम होते हैं यदि होते हैं तो उनके बारे में हमें बताएं ?
एक मुखी रुद्राक्ष को धारण करते समय किन-किन जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए जिससे कि एक मुख्य रुद्राक्ष किसी तरह से अपवित्र ना हो ??
क्या एक मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से पहले उसका दूध में अभिषेक करना चाहिए यह बात मुझे पंडित जी ने बताई है कृपया इसके बारे में अपनी राय दें ?
एक मुखी रुद्राक्ष की असल पहचान क्या है हम कैसे एक मुख्य रुद्राक्ष को सही तरीके से पहचान सकते हैं खरीदने से पहले कृपया इस बारे में हमें जानकारी दें
एक मुखी रुद्राक्ष के बारे में हमने बहुत सुना है एक मुखी रुद्राक्ष जो की महादेव को भी अति प्रिय होता है हम जानना चाहते हैं कि हम एक मुखी रुद्राक्ष को कैसे पा सकते हैं क्या हम ऑनलाइन भी रुद्राक्ष को खरीद सकते हैं या फिर हमें किसी धार्मिक स्थल में ही जाकर एक मुख्य रुद्राक्ष को खरीदना चाहिए ?
हम जानना चाहते हैं कि क्या एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने के बाद दुख तकलीफ आदि जीवन में आने वाली अनेक समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है क्या एक मुखी रुद्राक्ष इतना प्रभावशाली है ??
पंडित जी ने मुझे बताया है कि रुद्राक्ष धारण करने से पहले भगवान शिव के चरणों में रुद्राक्ष रखना है फिर दूध से अभिषेक करना है उसके बाद ही इसे धारण करना चाहिए आप हमें बताएं कि पंडित जी ने सही कहा है या फिर कुछ कमी है रुद्राक्ष धारण करने के नियम को लेकर ??